"बहुत कुछ बदल चुका हैं।"




 वो वक़्त वो लम्हा, 🥺

वो यादें, और वो बातें, ❤️

सब कुछ कहीं गुज़र चुका हैं ,

🥺🥺🥺🥺🥺

और तुझे ये एहसास तक नहीं 

शायद, ❌❌❌

पर बहुत कुछ बदल चुका हैं, ❌🚫


शायद तुझे याद तक नहीं

के पहले हम कैसे साथ रहा करते थे, 💑💑💑💑💑💑

दुनिया की कोई परवाह नहीं थी,

💑💑💑

बस जैसे थे वैसे रहते थें ,

👍👍👍👍👍

और 

बेफिक्र होकर तेरे साथ वक़्त बिताती थी मैं 🙋🙋🙋🙋

छोटी हों या बड़ी , सबसे पहले 

हर बात तुझे बताती थी मैं , 🥺🥺🥺🥺

तब तु भी मेरे साथ ,

हर वक़्त खुश रहा करता था, 

😃

और अक्सर हसा देता था मुझें,

🌝🌝🌝🌝

जब भी मेरा चेहरा मायूस रहता था, 

💆💆💆💆💆

मायूस होती हु अब मैं जब जब ,

बस आपका Wait होता हैं,  

पर अब शायद मेरा मायूस चेहरा देख,

😔😔😔😔😔

तु भी बस Irtitate हीं होता हैं ,

😣😣😣😣😣


हमारा वो रूठने मानने वाला वक़्त कहीं गुम हों गया हैं,

🤔🤔🤔🤔🤔

और अब तुझे एहसास तक नहीं 

शायद 

की हमारे बिच बहुत कुछ बदल चुका हैं , 🥺🥺


की, ये तो हमेशा से सुना था मैंने,

🥺

की, वक़्त बहुत जल्दी गुज़र जाता है,

❤️❤️❤️❤️❤️

पर ये नहीं पता था मुझें,

📍📍📍📍🙅🏼‍♀️

की इश्क़ करने के बाद,

🙅🏼‍♀️🙅🏼‍♀️🙅🏼‍♀️

इंसान इतनी जल्दी बदल जाता है,

😔😔😔😔


की अभी कल हि की तो बात हैं,

जब मैं तुम्हारे साथ बेफिक्र हंस रही थी, 

और इस दुनिया की परवाह किये बिना,

😔😔😔😔

तुम्हारे हि लिए सबसे लड़ रही थी,

🙆🙆🙆

और तुम्हे भी तो तब मुझ पर 

बेइंतेहा प्यार आता था,

🌸🌸🌸🌸🌸

और कितना हि लड़ते थे तुम मुझसे ,

पर Last मैं तुम्हे भी तो मेरे हि पास क़रार आता था,

☺️☺️☺️☺️☺️


क्या मेरी तरह तुम्हारे दिल मैं ये ख्याल नहीं आता ,

❌❌❌❌

और कैसे बदल गया हमारे बिच 

इतना सब कुछ,

क्या तुम्हारे मन मैं ये सवाल नहीं आता ,

✅✅✅✅✅


की मैं फिर से तुम्हारे साथ 

वो पुरानी वाली ज़िंदगी जीना चाहती हुँ,

💑💑💑💑

और तुम्हारे हाथों मैं अपना हाथ रख

बेफिक्र होकर तुम्हारे साथ चलना चाहती हुँ ,

❤️❤️❤️❤️❤️


थोड़ा गौर से ढूंढों ना 

वो पुराना साथ हमारा 

जो हमारे बिच खो चुका हैं,

🗝️🗝️🗝️🗝️🗝️

और तुम्हे तो ये एहसास तक नहीं 

शायद 🙅🏼‍♀️🙅🏼‍♀️🙅🏼‍♀️

पर बहुत कुछ बदल चुका हैं,

🥰🥰🥰



तुम्हे तो पता था ना, 😔😔😔

की मुझें पहले भी किसी ने तोड़ा हैं,

😣😣😣😣😣

और मैंने उस बेवफा को भी,

❌❌❌

बड़ी मुश्किल से छोड़ा हैं, 

😴😴😴

मुझें लगा था की शायद मैं इस दर्द से 

कभी बाहर नहीं आ पाउंगी,

🚫

और ऐसा एतबार फिर से किसी पे कर नहीं पाउंगी,

😣😣😣

पर तुमने मेरे लाख मना करने पर भी 

हार नहीं मानी,

और मैंने भी आखिर अपने दिल की सुनी, दिमाग की बात नहीं मानी,

❤️❤️❤️❤️❤️



कितनी तकलीफ़ होती हैं,

किसी के यु बदल जाने से,

🥺

काश मैं तुम्हे ये समझा पाती,

😔😔😔😔

और इन रिश्तों मैं पड़ी 

दरार को मैं अकेले हि मिटा पाती,

🥺🥺🥺🥺

पर मैं उम्मींद करती हुँ तुमसे,

की तुम मेरी बातों की गहराइयों को समझ पाओ,

और तुम भी मेरे साथ मिलकर 

इस उलझे हुए रिश्तें को,

सुलझा पाओ,

🥺🥺🥺🥺🥺



क्युकी बस ये सोचने समझने मैं हीं

काफ़ी वक़्त निकल चुका हैं,



और तुम्हे तो एहसास तक नहीं,

शायद 😔😔

की बहुत कुछ बदल चुका हैं 



@Ziddi_Kuri 

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thanks for read my blog.

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